
*अमरकंटक में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का धरना–प्रदर्शन*

*अमरकंटक ग्लोबल न्यूज श्रवणउपाध्याय की रिपोर्ट*
झुग्गी–झोपड़ी तोड़े जाने के विरोध में पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा
*अमरकंटक* – मां नर्मदा की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक आज शनिवार तारीख 20/09/25 को
नगर परिषद अमरकंटक के वार्ड क्रमांक 11 बैंक टोला में प्रशासन द्वारा 23 परिवारों के झुग्गी–झोपड़ियाँ ढहाए जाने के विरोध में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जिला इकाई अनूपपुर के तत्वावधान में रामघाट साप्ताहिक बाजार क्षेत्र में धरना–प्रदर्शन किया ।
इस विरोध सभा में बड़ी संख्या में प्रभावित परिवार , पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे । सभी वक्ताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार और कांग्रेस दोनों को कटघरे में खड़ा करते हुए प्रशासनिक कार्यवाही को अमानवीय और अन्यायपूर्ण
“गरीबों के आशियाने उजाड़ना अन्याय है” बताया ।
सभा को संबोधित करते हुए अनेक पार्टी नेताओं ने कहा कि “भरी बरसात में गरीब आदिवासियों और पिछड़ों की झोपड़ियाँ उजाड़ना निर्ममता है । गोंडवाना गणतंत्र पार्टी उनके साथ खड़ी है और अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा , प्रशासन को इसका खामियाजा भुगतना होगा।”
नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश की वर्तमान सरकार “जनता का विश्वास खो चुकी है और वोट चोरी से सत्ता में बनी हुई है”।
प्रदर्शन स्थल से नगर परिषद कार्यालय तक रैली निकाल कर सौंपा ज्ञापन ।
करीब दो घंटे तक चली सभा के बाद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए नगर परिषद कार्यालय पहुंचे और वहां प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर
जिला प्रशासन की ओर से उपस्थित पुष्पराजगढ़ तहसीलदार संजय कुमार जाट को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की ओर से पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया । इसमें प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग की गई ।
पार्टी नेतृत्व और सुरक्षा व्यवस्था
धरना–प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष कमलेश टेकाम , जिला अध्यक्ष जय सिंह धुर्वे और नगर अध्यक्ष रामसेवक चंदेल सहित प्रदेश एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने किया ।
जिला प्रशासन ने बनाए रखा कानून–व्यवस्था
प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु जिला पुलिस द्वारा कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मसराम एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) राजेंद्रग्राम नयन तिवारी के साथ थाना अमरकंटक प्रभारी के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात रही ।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का यह धरना–प्रदर्शन प्रभावित परिवारों के लिए न्याय की मांग का स्वर रहा , जिसमें प्रशासनिक कार्यवाही को कठघरे में खड़ा किया और सरकार को चेतावनी दी कि यदि त्वरित कदम न उठाए गए तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा ।
