
*सीएम बघेल ने किया आत्मानंद कोचिंग योजना का शुभारंभ, विधायक नाग ने बताया क्रांतिकारी कदम*
जीव विज्ञान और गणित संकाय के बच्चों को एलेन इंस्टीट्यूट से मिलेगी जेईई और नीट परीक्षा की निशुल्क कोचिंग
विधायक नाग बोले आत्मानंद कोचिंग योजना बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ऐतिहासिक, बच्चों को दी बधाई
*बिप्लब कुण्डू–की रिपोर्ट *
*पखांजूर-कांकेर ग्लोबल न्यूज़*
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की नवाचारी स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना का मंगलवार को अपने निवास कार्यालय से ऑनलाइन शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे सीएम आवास में मौजूद रहे साथ ही अंतागढ़ विधायक अनूप नाग भी अंतागढ़ स्तिथ स्वामी आत्मानंद स्कूल में स्कूल के शिक्षक गणों एवं बच्चों के साथ वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम का हिस्सा बने ।
इस योजना में ख्याति प्राप्त एलन कैरियर इंस्टिट्यूट ने सीएसआर के तहत निःशुल्क कोचिंग देने सहमति दी है ।
विधायक नाग ने बताया की प्रदेश के शासकीय स्कूलों में अध्यनरत 12वीं के मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन और एलन इंस्टिट्यूट के मध्य एम ओ यू पर हस्ताक्षर किए गए है विधायक ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शासकीय स्कूलों में कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए इंजीनियरिंग तथा मेडिकल पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा की ऑनलाइन कोचिंग योजना की घोषणा की थी जिसके चलते बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आज इस क्रांतिकारी योजना का शुभारंभ किया गया ।
मेरिट के अनुसार विद्यार्थियों का चयन होगा -नाग
विधायक ने बताया की इस योजना के अनुसार, कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी. इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोचिंग सेंटर की स्थापना की तैयारी कर प्रवेश प्रारंभ कर दिया गया है. स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना में मेरिट क्रम अनुसार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा. विद्यार्थी को शासकीय स्कूलों में कक्षा 12वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा । विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12वीं में जीव विज्ञान और गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे । प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है. इसमें प्री-मेडिकल और प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा ।
