
*रेलवेअंडर ब्रिज पानी में डूबा आवागमन बाधित*

*खोगसरा ग्लोबल न्यूज प्रदीप शर्मा की रिपोर्ट***रेलवे रेलवेकी घटिया इंजीनियरिंग! खोंगसरा अंडरब्रिज बारिश में डूबा, आवागमन ठप – रेलवे अधिकारी ठेकेदार-इंजीनियर फोन नही उठा रहे हैं
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के अधीन आने वाले खोंगसरा स्टेशन के पास बना अंडरब्रिज पहली ही तेज़ बारिश में पानी से लबालब भर गया है। पुल पूरी तरह डूब जाने से छात्रों, किसानों और आम ग्रामीणों का आना-जाना बंद हो गया है। आरोप है कि ठेकेदार और इंजीनियरों ने न तो सही डिज़ाइन बनाया, न ही जलनिकासी की व्यवस्था की—ऊपर से शिकायत करने पर फोन तक नहीं उठाए जा रहे।
क्या है मामला?
बारिश शुरू होते ही अंडरब्रिज में पानी भर गया, आवागमन “पूरी तरह प्रतिबंधित”।
ग्रामीणों का आरोप: “रेल विभाग ने ऐसे इंजीनियर रखे हैं, जिन्हें न इंजीनियरिंग आती है, न फील्ड में क्रियान्वयन।”
अंडरब्रिज पर दिए गए संपर्क/सूचना नंबरों पर कॉल करने पर ठेकेदार ने ‘पंप लगा है’ कहा, जबकि मौके पर कोई पंप नहीं मिला।
कितने अंडरब्रिज में पंप लगाए गए हैं, इसकी पारदर्शी सूची रेलवे सार्वजनिक करे, ग्रामीणों की मांग।
ग्रामीणों ने मामला रेलवे विभाग और ए.डब्ल्यू. (पेंड्रा रोड) को लिखित/फोन से बताया है।
ग्रामीणों के आरोप
1. खराब डिज़ाइन और घटिया निर्माण – जलनिकासी का कोई पक्का प्रावधान नहीं।
2. ठेकेदार-इंजीनियर की जवाबदेही शून्य – फोन उठाना तक गंवारा नहीं।
3. भ्रष्टाचार की आशंका – “काम ऐसे लोगों को दिया गया जिन्हें निर्माण और रखरखाव की समझ नहीं।”
4. हादसे का जोखिम – “अगर कोई दुर्घटना होती है तो जिम्मेदार रेल प्रशासन होगा।”
सबसे ज़्यादा प्रभावित कौन?
स्कूल/कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राएं
किसान और दुधारू पशु लेकर आने-जाने वाले ग्रामीण
आपातकालीन सेवाएं (बीमार/गर्भवती महिलाओं का आवागमन कठिन)
रेलवे से 6 सीधे सवाल
1. अंडरब्रिज के डिज़ाइन अप्रूवल और ड्रेनेज प्लान किसके हस्ताक्षर से पास हुए?
2. पानी निकालने के लिए कितने पंप लगाए गए, उनकी क्षमता और मेंटेनेंस रिकॉर्ड क्या है?
3. कॉन्ट्रैक्टर का नाम, कार्य अवधि, भुगतान विवरण सार्वजनिक क्यों नहीं?
4. डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड (DLP) क्या है और उसके अंतर्गत अब तक क्या कार्रवाई हुई?
5. 24×7 हेल्पडेस्क नंबर क्यों सक्रिय नहीं है/कॉल रिसीव क्यों नहीं हो रहे?
6. अगली बारिश से पहले तात्कालिक वैकल्पिक मार्ग और स्थायी समाधान क्या होगा?
तत्काल क्या किया जाए? (डिमांड्स)
तुरंत पंप-आउट और नियमित डे-वॉटरिंग की व्यवस्था।
स्वतंत्र तकनीकी ऑडिट (IIT/NIT/सरकारी तकनीकी संस्थान) से डिज़ाइन व जलनिकासी की समीक्षा।
जिम्मेदार अधिकारियों/कॉन्ट्रैक्टर पर कार्रवाई और डैमेज रिकवरी।
स्थायी स्टॉर्म-वॉटर ड्रेन, साइड-चैनल और समुचित ढलान का त्वरित निर्माण।
स्थानीय प्रशासन द्वारा छात्रों व आपातकालीन मामलों हेतु अस्थायी वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जाए।
रेलवे का पक्ष
हमने ठेकेदार को बोला है जल्दी, पानी निकालने का काम किया जाएगा। कंट्रोल रुम,
ठेकेदार,
हिमांशु अग्रवाल
मुझे पानी निकलाने का ठेका मिला है अंडरब्रिज कैसे बना मैं नही जानता, 18 अंडरब्रिज में वहां मोटर लगा है पानी निकल जाएगा। जाबकी यहां मोटर लगा ही नही है?? ऐसे में इस पानी ठेकेदार की सूचना निकालनी होगी।
