
*कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा की बड़ी कार्यवाही कोटा जनपद कार्यालय के नदारत अधिकारी एवं कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश*

*-*ग्लोबल समाचार हरीश चौबे की रिपोर्ट**कोटा जनपद में भर्राशाही ..पचास प्रतिशत कर्मचारी डयूटी पर हर हमेशा लापता रहते हैं
**कोटा एसडीएम के औचक छापे में सामने आया कोटा जनपद पंचायत कार्यालय का मामला एक दिन का वेतन काटने का आदेश **
****कोटा एसडीएम हो तो ऐसा निष्ठावान सशक्त काम के प्रति सजगता नायक फिल्म की तरह तुरंत फैसला लेना*****
22.05.2024 बुधवार global news live web
करगीरोड कोटा – कोटा जनपद पंचायत में आज कोटा एसडीएम यू के उर्वशा ने औचक निरिक्षण किया तो वे भी दंग रह गए क्योंकि कोटा जनपद के 42 लोगों के स्टाफ में से 21 लोग नदारद थे । कोटा एसडीएम ने अनुपस्थित लोगों की जानकारी ली तो कोई भी संतोषजनक कारण उनको नहीं मिला । कोटा एसडीएम ने जनपद सीईओ को सभी अनुपस्थित लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं ।
कोटा एसडीएम जब जनपद पंचायत पहुंचे तो जनपद पंचायत के अधिकारी एवं कर्मचारी बाबू नदारत मिले जिसमें दीपक उपाध्याय , तजेश्वर यादव ,बी.के. देवांगन ,जागेश्वरी चतुर्वेदानी , संतोष चंद्राकर , राकेश दुबे , पियुष तिवारी ,श्रीमती सुरज तिवारी , प्रिंस जायसवाल ,उपेन्द्र नायक ,आशीष दुबे , योगेश सिदार , मनीष दास ,भुवनेश्वर कौशिक ,छेदी श्रीवास ,अनिल पोर्ते , गोपाल साहू ,नितेश गुप्ता ,कालवीन खाखा , सुजीत गढ़ेवाल और छतराम पटेल आफिस से गायब थे ।
ग्लोबल न्यूज लाइव से बात करने पर कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वासा ने बताया कि – आज जनपद पंचायत कोटा का औचक निरिक्षण किया गया जिसमें लगभग 21 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए सभी को नोटिस जारी करने और एक दिन का वेतन काटने का निर्देश जनपद सीईओ को दिया गया है । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आगे भी विभिन्न कार्यालायों में ऐसे निरिक्षण किए जाएंगे ।
देखना होगा इस कार्यवाही के बाद जनपद पंचायत के प्रशासनिक अमले में कसावट आती है या नहीं ऐसी ही भर्राशाही चलते रहेगी लेकिन कोटा एसडीएम की ये कार्यवाही जरूरी थी ताकि कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास हो । कोटा के आसपास सभी विभागों का यही आलम है।
