
5 दिन बाद भी वनविभाग के जाँच अधिकारी कुछ खास कार्यवाई हुई बताने में असमर्थ।
असली तस्करों ने खेला खेल फर्नीचर बनाने वाला बढई बनाया जाएगा बाली का बकरा।
बिलासपुर।13/5/23 को फ़िरंगिपरा कोटा में जिओ टावर के पास बने दिनेश पांडे के मकान में उच्चाधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग की कोटा टीम ने छापामारा और बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी बरामद की गई। अधूरे बने फर्नीचर,चौखट, स्लीपट, पल्ले,गोले भी सागौन की टीम ने जप्त किये।

पूरी कार्यवाई में जाँच टीम ने कमरे के अंदर तलासी नही की क्योंकि ताला बन्द था, परंतु जंहा इतनी बड़ी मात्रा में अधूरे बने फर्नीचर सागौन के मिले तो कमरे में निर्मित फर्नीचर होने के बड़ी मात्रा में होने की संभावना थी, वंहा उपस्थित लोगों के कहने के बाद भी जांच अधिकारी ने न तो ताला खोल, नाही उस ताले में सील लगाए,और न ही मेन गेट में ताला लगाए, जबकि घर और कैम्पस एक ही है। तस्करों को पूरा मौका रात में समान ले जाने का दिया गया।

शुत्रों के अनुसार कार्यवाई के दौरान भी किरायेदार के दो साथी वंहा पहुँच गए थे और सेटिंग का खेल सुरु हो गया था। इस तरह से आधी अधूरी कार्यवाई लोगों के समझ से परे है। ऐसे जबाब दर लोग यदि ऐसा करेंगे तो फिर वनों की या समाज की सुरक्षा कैसे होगी। गरीब कमजोर बाली का बकरा बनते रहेगें।

रेंजर आर एस राठिया जी ने- इंडिया क्राइम न्यूज़ से बताया कि- कार्यवाई चल रही है एक बढ़ई को आरोपी बनाया गया है अभी और एक ऑटो वाले कि तलास चल रही है। आगे जाँच चल रही है जैसे तथ्य आएंगे वैसा करेंगे।
फिर भी नगर में चर्चा जोरों पर है कि इस स्थान पर वर्षो से लकड़ी लाने लेजाने का काम चल रहा था, और जब वन विभाग कार्यवाई किया तो सागौन की लकड़ी फर्नीचर बरामद भी हुआ, तो यह कार्य अकेले बढ़ई कैसे कर सकता है इसके पीछे के तस्करों के ऊपर तक वन विभाग के जाँच अधिकारी पहुँचपाते है कि नही यह तो जाँच पूरी होने पर ही पता चलेगा।
आगे क्रमशः ..