पंखाजूर

*विकास कार्यों से आज भी कोसों दूर पखांजुर-आंजाड़ी ग्राम पंचायत*

/ बिप्लब कुण्डू–की रिपोर्ट/

//पखांजुर-ग्लोबल न्यूज़// नेलडोडा नाला में बना अस्थाई पुल बहा,दर्जनों गांवों टापू में तब्दील शासन-प्रशासन आज भी विकास की बात कहते हैं विगत 20 सालों में आज तक पुल का निर्माण कार्य नहीं हो सका है क्या यही विकास कार्य है। आज नाला मैं पुलिया निर्माण नहीं होने के कारण ग्रामीणों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया इसमें पढ़ाई से लेकर स्वास्थ्य कृषि कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाएगा इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं ग्रामीण भगवान भरोसे ।



नाला पुलविहिन होने के चलते,बांस बल्ली से हर साल अस्थाई पुलनिर्माण करते थे ग्रामीण।

क्षेत्र में हुई झमाझम बारिस ने इस बार आंजाड़ी इलाके के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है।बारिश के चलते नेलडोडा नाला पर जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों द्वारा बनाया गया बांस बल्ली का अस्थाई पुल बह गया है।जिससे क्षेत्र के दर्जनों गांव टापू में तब्दील हो गए है।नाला में पानी का तेज बहाव के चलते ग्रामीणों द्वारा बनाया गया आवागमन का वैकल्पिक रास्ता भी ग्रामीणों से छीन गया है।ऐसे में ग्रामीणों के सामने राशन लाने और रोजमर्रा की सामग्री इकट्ठा करने जैसे व्यवस्थाओ के लिए निकट भविष्य की समस्या सताने लगी है।पुल बहने से मंगलवार को स्कूल बंद रहा,क्षेत्र के लोग आवागमन नही कर सके।जिससे कृषि के काम समेत तमाम काम पूरी तरह ठप्प रही।मैंनु किरंगा (सरपंच) ,मंगल नुरूटी,सुकु उसेण्डी ,सुकु कड़ियाम, सोमजी उइके,धनसु कोर्राम,दिलीप पोटाई,मंगया गावड़े,रामु पोटाई,नरसिंह पोटाई,हिरेसिंह नुरूटी,बुधु किरंगा,मानसिंग उसेण्डी ने बताया कि प्रशासन से पुलनिर्माण की मांग करते थक चुके ग्रामीण हर साल श्रमदान कर नेलडोडा नाला पर बांस बल्ली से अस्थाई पुलनिर्माण करते थे ताकि,बच्चे स्कूल जा सके और इलाके के ग्रामीण राशन लेने,शिक्षा,चिकित्सा जैसे रोजमर्रा की समाग्री की व्यवस्था हेतु आवागमन कर सके।परन्तु कुदरत ने हमारा अस्थाई वैकल्पिक जरिया भी छीन लिया है।अब हमारी समस्याओं को सुनने वाला कोई नही है।वर्तमान में कृषि कार्य हेतु किसानों को डीजल लेने हेतु पखांजुर आना पड़ता था जिसकी दूरी लगभग 10 किलोमीटर थी।अब ग्रामीणों को घूमकर लगभग 40 किलोमीटर दूर बांदे जाना पड़ेगा।साथ ही अब किसी भी काम के लिए ग्रामीणों की दूरी अब बढ़ गई है।अब ग्रामीणों को बांदे से होकर आवागमन करना पड़ेगा।गांव से पांच किलोमीटर दूर घोड़ागांव में उपस्वास्थ्य केंद्र है जहां ग्रामीण उपचार कराने जाते थे,लेकिन अस्थाई पुलिया बहने से 40 किलोमीटर दूर बांदे जाना पड़ेगा।
क्षेत्र के माचपल्ली,बुरका,मुरडोडा,मर्काचुवा,PV62,जुरहनमेहड़ा जैसे दर्जनों गांव के लोग प्रभावित होंगे।
जल्दी होगा निर्माण अनूप नाग-इस मामले में विधायक अनूप नाग ने कहा कि वर्ष 2022-23 के बजट में नेलडोडा नाला पर पुलनिर्माण के लिए लगभग चार करोड़ रुपये स्वीकृत कराने का प्रयास सफल रहा है।वर्तमान में बारिश का मौषम है।बाकी शेष अन्य प्रक्रियाओं के पूरे होने के बाद जल्द उक्त पुलविहिन नाले पर पुलनिर्माण कराया जाएगा,ताकि क्षेत्र के ग्रामीणों को समस्या न हो।

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