
*रिश्वतखोर बाबू की शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं*
*ग्लोबल न्यूज रिपोर्टर ओमप्रकाश नाग कोण्डागांव से*
*बी.ई.ओ. कोंडागांव में पदस्थ रिश्वतखोर बाबू अशोक कोर्राम की शिकायत के बाद कार्यवाही नही, मामले को दबाने में लगा प्रशासन*
कोंडागांव:- खण्ड शिक्षा अधिकारी कोंडागांव में 15 वर्षो से अधिक स्थापना शाखा में अशोक कोर्राम (सहायक ग्रेड 2) डेरा जमाए हुए है, कलेक्टर कोंडागांव के द्वारा प्रशासनिक स्थानान्तरण शा.उ.मा. वि. मटवाल में किया गया है इसके बावजूद अपने कर्तव्य स्थल में भर ग्रहण नही किया गया है, और 05 माह से बी.ई.ओ. ऑफिस कोंडागांव के कुर्सी में जमे हुए है और वर्तमान में पदोन्नत व्यख्याताओ से एल.पी.सी. देने के एवज में 30-40,000 रुपये की मांग करने की शिकायत प्राप्त हुई है। पिछले 02 माह से व्यख्याताओ को अपने सेवा पुस्तिका के लिए बी.ई.ओ. ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इन घूसखोर बाबू के हौसले इतने बुलंद है कि जावो जिस किसी से मिलना है मिलो, मैं किसी से डरता नही ,कहा जाता है। इस बाबू से तंग होकर आर्थिक व मानसिक रूप से पीड़ित होकर कलेक्टर कोंडागांव को शिकायत करनी पड़ी है। वर्तमान में पदोन्नत हुए प्रत्येक शिक्षको से रिश्वत में ली गयी राशि का जांच होनी चाहिए। बाबू की शिकायत कर्ता शिक्षक वर्तमान में बी.एल.ओ.के कार्य में संलग्न है वह आफिस के चक्कर लगाए की चुनाव आयोग की एस.आई.आर.का कार्य करे। इनके कारण वेतन मिलना भी मुश्किल हो गया है। अशोक कोर्राम बाबू के द्वारा विभाग में स्टेशनरी खर्च के नाम पर शिक्षको से कई वर्षों से छोटी मोटी कार्य के एवज में लेन देन करना आमबात है। अब देखना होगा कि शिकायत के बाद उक्त रिश्वत खोर बाबू पर अनुसानात्मक कार्यवाही होगा या विभाग द्वारा सहानुभूति दिखाकर बचाया जाएगा।
