
*सरयू साहित्य परिषद ने सौपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन*
*भाटापारा ग्लोबल न्यूज जुगल किशोर तिवारी की रिपोर्ट*
*बेटियों के सम्मान पर आघात है अधिकारी का कथन*
*सरयू साहित्य परिषद ने सौपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन*
*एसडीएम को सौंपे ज्ञापन मे आईएएस अधिकारी के बर्खास्तगी की मांग*
भाटापारा 28 नवंबर/मर्म का सम्मान जहां सभ्यता का परिचायक है वहीं इस पर आघात एवं अपमान सभ्यता पर चोट के साथ ही निकृष्ट आचरण का भी परिचायक होता है,भारतीय सभ्यता मे नारी को उच्च स्थान प्राप्त है तथा देश समाज तथा परिवार की महत्वपूर्ण धुरी के रुप मे नारी शक्ति परिभाषित है लिहाजा भारतीय समाज मे नारी की गरिमा एक अहम मर्म के रुप मे स्थान रखती है,जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते है के सूत्र वाक्य से संचालित भारतीय सभ्यता मे कहीं नारी के अपमान की झलक दिखाई देती है तो सहज ही वातावरण आक्रोश एवं पीड़ा से भर जाता है,विगत दिनों घटा एक घटनाक्रम कुछ ऐसा ही दृश्य प्रस्तुत करता हुआ प्रतीत हो रहा है।
उच्च अधिकारी ने दिया विवादित बयान
बेटियों की गरिमा एवं सम्मान को आघात करने वाला कुछ ऐसा ही प्रसंग सामने आता हुआ प्रतीत हो रहा है जिसने चंहुओर वातावरण को आक्रोश एवं पीड़ा से भर दिया है मध्यप्रदेश के आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा का एक विवादित बयान जिसकी चर्चा चंहुओर होती हुई जान पड़ रही है तथा जानकारी मिली है कि उन्होने एक आयोजन मे आरक्षण के मसले पर अपना संबोधन देते हुए कुछ ऐसा बयान दिया और ब्राम्हण बेटियों का उल्लेख करते हुए उनके द्वारा कुछ ऐसा कहा गया कि वह विवाद का विषय बन गयी।
देशभर मे विरोध के स्वर
उक्त अधिकारी का बयान सामने आते ही चंहुओर विरोध की बानगी नजर आने लगी है शोसल मीडिया से लेकर चौक चौराहों मे इस आशय की चर्चा जोर शोर से हो रही है तथा देशभर मे विरोध एवं आक्रोश का स्वर सुनाई दे रहा है तथा उक्त अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की मांग तेजी से उठ रही है। भाटापारा मे भी पीड़ा एवं आक्रोश के स्वर उभरते हुए जान पड़ रहें है,
बर्खास्तगी की मांग के साथ सरयू साहित्य द्वारा ज्ञापन
आरक्षण के साथ ब्राम्हण बेटियों को जोड़ते हुए मध्यप्रदेश के आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा का विवादित बयान सामने आने के बाद ब्राम्हण समाज मे जबर्दस्त आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है,उक्त अधिकारी के बयान को बेटियों का अपमान निरूपित करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग चंहुओर से उठ रही है,इसी कड़ी मे नगर की रचनात्मक संस्था सरयू साहित्य परिषद द्वारा भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी है तथा इस बयान को निंदनीय एवं निकृष्ट मानसिकता का परिचायक बताते हुए राष्ट्रपति के नाम नवनियुक्त एसडीएम श्यामा पटेल को ज्ञापन सौंपते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी है,परिषद एवं विभिन्न ब्राम्हण प्रकल्पो के सदस्यों द्वारा उपरोक्त बयान पर कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे मानवता एवं उच्च पद के गरिमा के विपरित बताते हुए उपरोक्त अधिकारी के बर्खास्तगी की मांग भी की गयी है,ज्ञापन सौंपने के अवसर पर पत्रकार मुकेश शर्मा,गिरधर गोपाल शर्मा, राजेन्द्र तिवारी,मोनू मानिक प्रसाद दुबे आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
