
*एसडीएम तहसील कार्यालय चौकीदार नहीं होने से असुरक्षित*
*भाटापारा ग्लोबल न्यूज जुगल किशोर तिवारी की रिपोर्ट*
*रात्रिकालीन चौकीदार नहीं, परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा*
भाटापारा 22 नवंबर/ शहर के सबसे महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालय परिसर इन दिनों अव्यवस्था और असुरक्षा के माहौल से घिरते नजर आ रहे हैं। तहसील कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, विकासखंड शिक्षा कार्यालय और महिला एवं बाल विकास विभाग के पूरे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था नाम मात्र की रह गई है। स्थिति यह है कि कार्यालय समय समाप्त होते ही पूरा परिसर भगवान भरोसे पड़ जाता है।
शाम ढलते ही परिसर सुनसान, रात में असामाजिक तत्वों का अड्डा
कर्मचारियों के अनुसार, रात के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बढ़ने लगा है। सुबह कार्यालय पहुँचने पर परिसर में शराब की खाली बोतलें और नशे से जुड़ी वस्तुएँ बड़ी संख्या में मिलना आम बात हो गई है। इससे यह आशंका और गहरी होती जा रही है कि यह क्षेत्र नशाखोरी के केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है।
सुरक्षा के अभाव में चोरी की घटनाएँ भी हुईं
जानकारी के अनुसार, परिसर में पूर्व में चोरी की घटनाएँ भी हो चुकी हैं। च्वाइस सेंटर के ऊपर लगे छज्जे तक चोरी होने की घटना सामने आ चुकी है, जो सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर कमी को उजागर करती है।
न सुरक्षा घेरा, न चौकीदार—प्रशासन की उदासीनता पर सवाल
सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इतने महत्वपूर्ण कार्यालयों के चारों ओर अब तक एक अदद अहाता (बाउंड्री वॉल) भी निर्मित नहीं हो पाई है। साथ ही, रात्रिकालीन चौकीदार तक की नियुक्ति न होना पूरे परिसर को पूरी तरह असुरक्षित बना रहा है।
कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन की उदासीनता के कारण स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। यदि समय रहते सुरक्षा प्रबंध नहीं किए गए तो भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।