
*शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को विधायक नाग ने किया सम्मानित*

*बिप्लब-की रिपोर्ट*
विधायक ने कहा शिक्षक खुद कसौटी की आग में तपकर अपने विद्यार्थियों के मार्ग को करते हैं आलोकित
कोई भी मानदेय शिक्षक के योगदान का मूल्य नहीं हो सकता, शिक्षक के अवदान का मूल्यांकन उसके सम्मान से ही संभव-नाग
*पखांजुर-ग्लोबल न्यूज*
शिक्षक दिवस हर्षोल्लास के साथ अंतागढ़ विधायक अनूप नाग की उपस्थिति में उनके अंतागढ़ स्तिथ शासकीय कार्यालय में मनाया गया। विधायक अनूप नाग ने कार्यक्रम का शुभारंभ डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्तिथ शिक्षकों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। विधायक अनूप नाग ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए उन्हें डा. राधाकृष्णन के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं बारे अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में शिक्षक को भगवान के समान माना जाता है। वहीं शिक्षक दिवस गुरु और शिष्य के बीच बने संबंध को जीने का और गुरु के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का त्योहार है।
हमें शिक्षक दिवस के दिन ही नहीं अपितु जीवनभर अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। शिक्षक समाज का पथ प्रदर्शक है, समाज के निर्माण में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। कोई भी मानदेय शिक्षक के योगदान का मूल्य नहीं हो सकता। शिक्षक के अवदान का मूल्यांकन उसके सम्मान से ही संभव है। यह बातें अंतागढ़ में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह मे विधायक अनूप नाग ने कहीं। इस दौरान विधायक अनूप नाग ने प्राथमिक स्तर से लेकर उच्चतर माध्यमिक स्तर से होकर सेवानिवृत्त शिक्षक व शिक्षिकाओं को शाल, श्रीफल भेंट कर एवं चंदन का टीका लगाकर भारतीय परम्परा के अनुरूप सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर विधायक ने सभी शिक्षकों को सम्मानित किया। अपने आगे के संबोधन में विधायक ने कहा कि शिक्षक दिवस देश के प्रथम राष्ट्रपति व शिक्षक सर्वपल्ली डा. राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में शिक्षक और विद्यार्थियों के रिश्तों में बदलाव आ रहा है। हमें जरूरत है कि शिक्षक और विद्यार्थियों के रिश्तों को मधुर बनाएं। विधायक अनूप नाग ने आगे कहा कि डा. राधाकृष्णन की लोकप्रियता के कारण उन्हें देशरत्न भी कहकर पुकारा जाता था। उन्होंने सभी स्टाफ सदस्यों से आह्वान किया कि हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर एक आदर्श शिक्षक बनना चाहिए।
शिक्षक हमारे युवा पीढ़ी में ज्ञान का संचार कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करता हैं, विधायक
विधायक नाग ने शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि ज्ञानवान समाज का निर्माण कर समाज को आगे बढ़ाने में शिक्षकों की महती भूमिका है। शिक्षक समाज की वह पंक्ति है जो अबोध बालको में ज्ञान का संचार कर आगे की पंक्ति के लिए तैयार करता है। गुरु और ईश्वर साथ होने पर ईश्वर ने ज्ञान देने वाले गुरु को पहले प्रणाम करने की सीख दी है, और यही हमारी परंपरा और संस्कृति की पहचान है। शिक्षक खुद कसौटी की आग में तपकर अपने विद्यार्थियों के मार्ग को आलोकित करते हैं। शिक्षक विषम परिस्थितियों में भी स्कूल में विद्यार्थियों के मार्गदर्शन,अध्यापन एवं बाह्य गतिविधियों में निरंतर प्रयासरत रहते हैं।
इनकी रही मौजूदगी
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश चंदेल, विधायक प्रतिनिधि टुलू भट्टाचार्य, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष दुर्गेश ठाकुर, रफीक खान, दिलीप सरकार, बीईओ, एबीईओ, बीआरसी समेत स्कूलों के प्रधानाध्यापक समेत शिक्षक गण मौजूद थे ।
