
*नागिन देवी आस्था का केन्द्र है ग्राम मुंगवाल*

*पखांजूर से बिप्लब कुण्डू के रिपोर्ट–*
*भानुप्रतापपुर ग्लोबल न्यूज़* ब्लांक 14 किलोमीटर दूरी भानबेड़ा से 3 किलोमीटर पर बसा ग्राम मुंगवाल ,नागीन देवी के आस्था केन्द्र, दूर्गम पहाड़ों के बीच में स्थित प्राकृतिक वनों से आच्छादित मनमोहक दृश्य दर्शन स्थल नागीन देवी का है। जो आदिकाल से कोयतोर। रुढ़िवादी परंपरा से हर प्रत्येक तीज त्यौहार में जैसे नागपंचमी,ऋषि पंचमी, शिवरात्रि, कृष्ण जन्माष्टमी, में पूजा करने के लिए श्रद्धालु पूजा करने लिए पहुंचते हैं। और मनोकामना पूर्ण होती हैं।इस नागिन देवी रहस्यमय कहानी है।जो ग्राम के कोहलोकुसो देवी एवं क्षेत्र के पाटदेव से आधारित है। पूजा करने के लिए महिला पुरुष बच्चे जा सकते किन्तु कुछ नागिन देवी कुछ नियम भी है। जो मासिक धर्म (महावरी) महिला जना वर्जित है।
इसका शासन द्वारा पूरात्व विभाग से सर्वे किया जाय तो, पर्यटन स्थल के रूप विकसित किया जा सकता है। इस पहाड़ों में और भी , देखने लायक दर्शनीक स्थल है। वन विभाग परिक्षेत्र भानबेड़ा- कोरर अंतर्गत आता है। ऐसे अनेकों दर्शनीक स्थल है। हम छत्तीसगढ़ सरकार से क्षेत्र की जनप्रतिनिधि एवं ग्रामवासियों मांग करते हैं।कि पर्यटन स्थल की दर्ज़ा ग्राम मुंगवाल नागीन देवी को दिया जाए।
सुनाराम तेता उपाध्यक्ष जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर, राजूराम गोटा ग्राम पेनो,रामनाथ सलाम,हरिश्चंद्र कोरेटी, कृतन कावड़े आदि। दर्शन स्थल में गये थे।


