
*कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी से सरपंच सहित जनप्रतिनिधियों ने मुलाकात कर कार्यवाही की मांग की*
गौरेला पेंड्रा मरवाही से कृष्णा पांडे की रिपोर्ट
सेखवा सरपंच पति से विवाद के मामले में महिला सरपंच सहित जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात कर कार्यवाही की मांग की ।
प्रधानपाठक द्वारा किये गए दुर्व्यवहार एवं विवाद से हैं नाराज……….स्कूल से नहीं हटाने पर जनसहयोग सामुदायिक सहभागिता निभाने से इंकार……..
सरपंच पति से दुर्व्यवहार एवं वाद विवाद का मामला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के विशेष संज्ञान में है जो कि पंचायत राज अधिनियम व अधिकार के मान सम्मान से जोड़कर जनप्रतिनिधिजन चलने लगे हैं कार्यवाही की मांग को लेकर आज पुनः सरपंच उपसरपंच सहित जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात कर विवादित महिला श्रीमती रामवती गुप्ता प्रधानपाठक को अन्तर्गत शास.प्राथमिक शाला सेखवा से अन्यत्र स्कूल भेजे जाने कार्यवाही की मांग की।
उक्त मामला जिले के मरवाही विकासखण्ड के प्राथमिक शाला सेखवा का है जहाँ प्रधानपाठक के कार्य व्यवहार एवं विवाद किये जाने से नाराज होकर प्रस्ताव पारित ज्ञापन सरपंच उपसरपंच पंच सहित जनप्रतिनिधियों ने दिनांक 02.06.2023 को डीईओ एवं कलेक्टर को शिकायत कर अवगत कराया था इस मामले में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मरवाही द्वारा दिनांक 09.06.2023 को प्रधानपाठक को नोटिस जारी कर 3 दिवस के अंदर स्पष्टीकरण लिखित जवाब माँगा गया था समय सीमा में जवाब प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में कार्यवाही होने की बात कही गई थी।
कार्यवाही की मांग को लेकर आज दिनांक 15.06.2023 को सरपंच उपसरपंच सहित जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर एवं डीईओ से मिलकर अवगत कराया कि नोटिस प्राप्त होते ही प्रधानपाठक द्वारा अपना बचाव करने के लिए स्वीपर को कुछ अभिभावकों के घर भेजकर बिना जानकारी दिए हस्ताक्षर अंगूठा लगवाने का कार्य किया जा रहा था जिसमें कई अभिभावकों ने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया और सरपंच को अवगत भी कराया गया।
सरपंच ने अधिकारियों को अवगत कराया कि ग्राम पंचायत सेखवा सरपंच व पंचों द्वारा शिकायत करने के मामले में प्रधानपाठक द्वारा उपसरपंच व कुछ लोगों के पास फोन कर कहा जा रहा है कि पंचायत वाले मेरा शिकायत करते हैं मैं भी सरपंच का शिकायत करुँगी मैं इन्हें देख लूंगी। इस प्रकार प्रतिशोध की भावना लेकर पंचायत के स्कूल में कार्य कर रही हैं ।इनके कार्य व्यवहार व अनुशासन हीनता से सभी जनप्रतिनिधिजन नाराजगी व्यक्त करते हैं जबकि जनप्रतिनिधिजन एवं कर्मचारी का आपसी व्यवहार एवं सामंजस्य शाला संचालन के लिए आवश्यक रहता है। ऐसे विवादित शासकीय कर्मचारी को ग्राम पंचायत स्कूल में बिल्कुल स्वीकार नहीं करेंगे।प्रधानपाठक के अडीयल रवैये से परेशान होकर सभी पंच सरपंच जनप्रतिनिधिजन प्रधानपाठक को उनके शालेय क्रियाकलाप में सामुदायिक सहभागिता व जन सहयोग प्रदान नहीं करेंगे साथ ही पंचायत अन्तर्गत स्कूल में किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति निर्मित होती है तो सम्पूर्ण जवाबदारी शासन प्रशाासन की होगी।
गौरतलब है कि शिकायत पत्र में सरपंच ने कहा है कि इसके पूर्व महोरा प्राथमिक स्कूल में भी वाद विवाद एवं विद्याार्थी को मारपीट किये जाने के मामले में निलंबित हुई थीं और प्राथमिक शाला सेखवा में विद्यार्थी को डंडे से पीटने व चोट के निशान के कारण अभिभावक द्वारा शिकायत किये जाने पर निलंबित रहीं तथा तेंदूमूडा संकुल स्कूल अंतर्गत वाद विवाद से गहरा नाता रहा है इनके द्वारा मानसिक प्रताडना किये जाने से राजेंद्र सिंह सिन्द्राम स्कूल से अन्यत्र संलग्न करा लिए हैं जिसकी जानकारी पंचायत एवं विभाग को है।

