
*रेत अवैध उत्खनन की शिकायत जनपद सदस्य एवं ग्रामीण के द्वारा*

*खोगसरा ग्लोबल न्यूज प्रदीप शर्मा की रिपोर्ट*जनपद पंचायत कोटा, ग्राम आमागोहन, मोहली, खोंगसरा, टांटीधार एवं तुलुफ में अवैध रेत-मुरुम खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग*
*ग्राम सभा के प्रस्ताव के बाद भी मनमानी*अधिकारियों की मिली भगत से अवैध उत्खनन कराया जा रहा है । वन विभाग के जंगलों से भी हरे भरे पेड़ की बलि देकर काटकर रास्ता बनाया गया है रेत निकालने के लिए ।इसीलिए रेत माफियाओं के हौसले बुलंद है उनके ऊपर fir होनी चाहिए एवं कड़ी से कड़ी कार्रवाई *मध्य प्रदेश एवं यूपी से मध्य प्रदेश से गुर्गों को बुलाकर गुंडागर्दी की जा रही है ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीणों ने लगाया आरोप ऐसे में कोई अनहोनी घटना घटने की संभावना अवैध खनन को रोकने के लिए खनिज विभाग के द्वारा बैरियर सी सी केमरालगा देना चाहिए।
जनपद क्षेत्र क्रमांक 01 आमागोहन की जनपद सदस्य कांति बलराम मरावी द्वारा तहसील बेलगहना अंतर्गत ग्राम पंचायत आमागोहन, मोहली, खोंगसरा, टांटीधार एवं तुलुप क्षेत्रों में पिछले कई महीनों से चल रहे अवैध रेत एवं मुरुम खनन को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है।ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि इन क्षेत्रों में बिना किसी वैध स्वीकृति के लगातार रेत एवं मुरुम का उत्खनन किया जा रहा है, जिससे न केवल पर्यावरण को भारी क्षति हो रही है बल्कि शासन को भी राजस्व की हानि हो रही है। ग्रामीणों के अनुसार, रेत चोरी ट्रैक्टर और हाईवा वाहनों के माध्यम से रात के समय की जा रही है।
जनपद सदस्य ने इस पर सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए उच्च स्तरीय जांच, उत्खनन स्थल की माप एवं दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की अपील की है। साथ ही छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, खनिज विभाग, तहसील बेलगहना, और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) को भी इस अवैध गतिविधि की सूचना भेजी गई है।यह अवैध उत्खनन न केवल प्राकृतिक संसाधनों का दोहन है बल्कि सुप्रीम कोर्ट और NGT द्वारा दिए गए पर्यावरणीय दिशा-निर्देशों का भी उल्लंघन है।

