
*रेत की कालाबाजारी अरपा की छाती को चलनी किया जा रहा है*
***आमागोहन-खोंगसरा- ग्लोबल न्यूज प्रदीप शर्मा की रिपोर्ट********अवैध रेत उत्खनन और तस्करी पर प्रशासन खामोश, ग्रामीणों की शिकायतों पर भी नहीं हो रही कार्रवाई*अधिकारी मौन कार्यवाही करने से माइनिंग विभाग पीछे हटा*आखिर किसकी शह पर यह रेत का गोरख धंधा जोरों पर चल रहा है।
आमागोहन-खोंगसरा- अरपा नदी से लगातार अवैध रेत उत्खनन और बिक्री की गतिविधियाँ जारी हैं, लेकिन राजस्व और प्रशासनिक अमला चुप्पी साधे बैठा है। ग्राम आमागोहन और खोंगसरा के ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
स्थानीय ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि अजहर खान ने बताया कि 31 नंबर रेलवे अंडरब्रिज से बैगन कुंडी की ओर जाने वाले मार्ग पर बड़े स्तर पर रेत का अवैध भंडारण किया जा रहा है। यह स्थल मुरूम डालकर तैयार किया गया है, जहां हर दिन सुबह 7 बजे से शाम तक रेत लाकर इकट्ठा किया जाता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि रात के अंधेरे में, विशेष रूप से 12 बजे से सुबह 4 बजे तक, टिप्पर, डंपर, हाईवा और ट्रैक्टर जैसे भारी वाहनों के माध्यम से यह रेत गौरेला, पेंड्रा, अमरकंटक, गोरखपुर, करंजी, गाड़ा सराई जैसे स्थानों पर भेजी जाती है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेत के साथ-साथ अब मादक पदार्थों की मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ में तस्करी और बहुमूल्य इमारती लकड़ियों का अवैध परिवहन भी इसी मार्ग से किया जा रहा है।
गंभीर अपराधों की आशंका के बावजूद, संबंधित विभागों की निष्क्रियता कई सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

