
*ग्रामीणों में आक्रोश विधायक एवं कलेक्टर से शिकायत करने की कहीं बात*

*ग्लोबल न्यूज हरीश चौबे की रिपोर्ट @ बेलगहना से मायनिंग के अधिकारी रसूखदार रेत माफियाओं के साथ मिलकर करते है कार्यवाही
*रसूखदार रेत माफियाओं के साथ मिलकर मायनिंग की टीम रेत खदानों के नाम पर निजी भूमि पर खोद दिया गड्ढा *
माइनिंग विभाग में पदस्थ नगर सैनिक सिपाहियों के द्वारा भी रौब जमाया जाता है अभी कुछ दिन पहले की घटना कोटा लारी पार में एक सिपाही के द्वारा वहां के ग्रामीणों से मारपीट कर दिया गया था । कई वर्षों से नगर सैनिक की सिपाही माइनिंग विभाग में कार्यरत हैं जबकि उनकी ड्यूटी माइनिंग अधिकारी के साथ कोई लड़ाई झगड़ा ना हो इसलिए लगाई गई है जबकि अधिकारी से पहले सिपाही नोक झोक करते हैं कभी-कभी अधिकारी फील्ड में नहीं आते उन्ही सिपाहियों को भेज देते हैं जबकि उनका अधिकार नहीं है जांच करने वारे माइनिंग अधिकारी तेरा खेल निराला
ग्रामीणों में आक्रोश विधायक एवं कलेक्टर से शिकायत करने की कहीं बात
बिलासपुर जिले के बेलगहना क्षेत्र के अरपा नदी पर रेत माफिया द्वारा विभिन्न जगहों पर अवैध रेत घाट संचालित रखा हुआ है और वहां से रेत माफिया द्वारा रेत निकालना आम बात हो गई है और कई बार आपने देखा है कि आपस में लड़ाई झगड़े तक की नौबत आ जाती है रेत घाट में कई बार मर्डर होते भी लोगों ने देखा है छतौना रेट घाट में कुछ वर्षों पूर्व एक व्यक्ति को पोकलेन में दबाकर मार दिया गया था वहीं छतौना के सरपंच रेत घाट पर फांसी लगाकर आत्महत्या या मर्डर कर दिया गया था जब से रेत घाट का विवाद बड़ा है तो वहां से रेत निकालना बंद होने के बाद हर एक जगह रेत घाट संचालित होने लगा करहीकछार रेत घाट संचालित होने के बाद रेत के ठेकेदारों के द्वारा जितने भी एरिया से अवैध रेत निकलता है उन पर अंकुश लगाने के लिए कल खनिज विभाग के अधिकारियों के साथ 7 से 8 गाड़ियों के साथ रेत माफियाओं के गुर्गौ ने छोटे-छोटे घाटों पर जेसीबी से उत्खनन कर दिया गया जब उत्खनन की बात शक्तिबहरा के सरपंच विजय कोल को पता चली तो मौके स्थल पर पहुंचकर उन्होंने खनिज अधिकारी से जानना चाहा कि आप किसके परमिशन से यह गड्ढा खोद रहे हो अधिकारी ने कहा कि अवैध रेत उत्खनन होता है इसलिए इस पर अंकुश लगाने के लिए हम यहां गड्ढा खोद रहे हैं तो सरपंच ने कहा कि गांव की निस्तार के लिए और आमजन जो आवास का घर बना रहे हैं उनका रेत की आवश्यकता पड़ती है तो यहां से वह रेत लेकर जाते हैं विधानसभा सत्र के दौरान सरकार द्वारा मुफ्त में ग्रामीणों को रेत उपलब्ध करने की बात कही थी लेकिन खनिज अधिकारियों द्वारा लिखित आदेश न होने की वजह से ग्रामीणों से अवैध पैसा वसूली एवं रेत के परिवहन पर रोक लगाने के लिए ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है और खनिज विभाग के अधिकारी बिना बताए गड्ढा खोद रहे हैं क्या आपके पास कोई ऐसा आदेश है जिस पर यह लिखा हो कि यह घाट संचालित है जिसको बंद करना है ना आपने सरपंच को बताया ना पंचायत को कोई खबर दी तो उसके बाद अधिकारियों के साथ बातचीत बढ़ गई तो उच्च अधिकारियों से फोन पर बात कराया गया तो उनके उच्च अधिकारी ने कहा कि आप लोग आ जाइए बैठ कर बात करते हैं अब यह सोचने वाली बात है कि खनिज विभाग के अधिकारी रेत के गुर्गों के साथ मिलकर कार्यवाही कर रहे हैं इतने अवैध रेट डंप है जिस पर खनिज विभाग कार्यवाही तो करती नहीं ऊपर से चंद पैसों के लिए गुर्गों के साथ मिलकर आम ग्रामीणों पर कार्यवाही करना या बताता है कि प्रशासन रेत माफियाओं के हाथ में है जिसकी शिकायत सरपंच शक्तिबहरा के साथ पंच एवं ग्रामीण लोग कल कलेक्टर एवं विधायक को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग करेंगे


