
*अमरकंटक के कल्याण सेवा आश्रम में शारदीय नवरात्रि आयोजन *
*अमरकंटक ग्लोबल न्यूज श्रवण उपाध्याय की रिपोर्ट*
*अमरकंटक के कल्याण सेवा आश्रम में शारदीय नवरात्रि महोत्सव का भव्य होगा आयोजन *
*श्रीमद् देवी भागवत कथा व्यास पं.त्रिपुष्कर शास्त्री वृंदावन धाम के मुखारविंद से श्रवण करें ।
नवरात्रि शुभारंभ 22 सितंबर 2025 से 01 अक्टूबर 2025 तक भव्य पूजन , निशा हवन , कथा और महाआरती
*अमरकंटक* – मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में नवरात्रि के पावन पर्व पर परम पूज्य तपस्वी बाबा कल्याण दास जी महाराज के पावन सानिध्य में उनके मुखारविंद से आशीर्वचन का लाभ प्राप्त कर सकते है साथ ही संत सम्मेलन , देवी भागवत कथा और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा ।
परम पूज्य तपस्वी बाबा कल्याण दास जी महाराज के आशीर्वचन से भक्तों और श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और मार्गदर्शन मिलेगा । विभिन्न संतों और धार्मिक विद्वानों के माध्यम से इन नौ दिवसों पर प्रवचनों और कथा में पधारे भक्तों , श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता का पूरा लाभ प्राप्त होगा
आश्रम की विशेषताएं:
श्री कल्याण सेवा आश्रम अमरकंटक में स्थापना समय से लेकर आज तक लगातार भव्य धार्मिक अनुष्ठान , प्रख्यात वक्ताओं की कथा , संतो द्वारा प्रवचन , पर्यावरण संरक्षण , शिक्षा , स्वास्थ्य और आध्यात्मिक गतिविधियों में सराहनीय योगदान समाज को प्रदान करते आ रहे है ।
आश्रम के मुखिया परम पूज्य तपस्वी बाबा कल्याण दास जी महाराज ने 47 वर्षों से अधिक समय से साधु संतो की सेवा , गो सेवा , असहाय परिवारों की सेवा , विद्यार्थियों को शिक्षा की सेवा और समाज में अनेक धार्मिक , आध्यात्मिक जैसे सेवा कार्यों में अपनी खास भूमिका निभाते आ रहे है ।
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि महोत्सव में आप सभी जन मानस पधारें और आध्यात्मिक जीवन का आनंद प्राप्त करें । साथ ही आश्रम की गतिविधियों और कार्यक्रमों में सहभागिता निभाते हुए अपने जीवन को सकारात्मक दिशा की ओर ले जा सकते हैं ।
श्री कल्याण सेवा आश्रम अमरकंटक में शारदीय नवरात्रि महोत्सव एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है , जिसमें भक्तों और श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान , ऊर्जा और आनंद की प्राप्ति होगी ।
शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रत्येक वर्ष प्रथम दिवस आश्रम से विशाल कलश शोभायात्रा निकाली जाती है जिसमें सैकड़ों की संख्या में कन्याएं , संतगण , काशी से पधारे ब्राम्हण जन , शिष्यगण , भक्तजन , नगर की अपार जनसंख्या शामिल होकर गाजे बाजे और आतिशबाजी के साथ विशाल रथ में मां दुर्गा जी की मूर्ति विराजित कर यात्रा नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए नर्मदा जी की उद्गम स्थली मंदिर पहुंच कर विद्वान ब्राह्मणों द्वारा मंत्रों की ध्वनि बीच भव्य पूजन अर्चन कर कलश में नर्मदा जल लेकर वापस कल्याण सेवा आश्रम पहुंच नवरात्रि का नौ दिवसीय भव्य आयोजन प्रारंभ होता है ।

