कोंडागांवछत्तीसगढ़संपादक हरीश चौबेसबसे पहले सबसे आगे न्यूज

*आईटीबीपी ने मनाया अपना 17वां स्‍थापना दिवस*

*ग्लोबल न्यूज रिपोर्टर ओमप्रकाश नाग कोण्डागांव से*


क्षेत्रीय मुख्‍यालय (भुवनेश्‍वर), आईटीबीपी ने मनाया अपना 17वां स्‍थापना दिवस

09 जुलाई, 2024 को कोंडागांव (छ.ग.) में स्थित आईटीबीपी के सामरिक क्षेत्रीय मुख्‍यालय (भुवनेश्‍वर) द्वारा अपना 17वां स्‍थापना दिवस बड़ी धूमधाम व हर्षोल्‍लास के साथ मनाया गया। स्‍थापना दिवस पर श्री राणा युद्धवीर सिंह, डी.आई.जी. द्वारा ध्‍वजारोहण कर शानदार गार्ड ऑफ ऑनर लिया गया। इस मौके पर श्री राकेश कुमार, सेनानी (स्‍टाफ), अन्‍य अधिकारी व जवान उपस्थित रहे। श्री राणा युद्धवीर सिंह ने सभी जवानों व उनके परिवारों को स्‍थापना दिवस की ढेरों शुभकामनाएं व बधाई प्रेषित कीं।
श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इस क्षेत्रीय मुख्‍यालय की स्‍थापना 17 साल पहले 09 जुलाई, 2008 को हुई थी। अपनी स्‍थापना से लेकर आज तक इस क्षेत्रीय मुख्‍यालय एवं इसकी अधीनस्‍थ वाहिनियों द्वारा सदैव देश एवं आईटीबीपी के यथ और स्‍वच्‍छ छवि के लिए कार्य किया है। श्री सिंह ने बताया कि हमारे सेक्‍टर की तैनाती छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावित इलाकों में है, जहां पर हमारे जवान दिन-रात देश व यहां के लोगों की सुरक्षा में लगे हुए हैं। हमारे जवानों के साहस एवं कठिन परिश्रम के चलते पिछले कुछ समय में हमने बड़ी कामयाबी मिली हैं।
इसी तरह का स्‍थापना दिवस समारोह इस क्षेत्रीय मुख्‍यालय के खोर्द्धा, भुवनेश्‍वर (ओडिशा) स्थित कार्यालय में भी उल्‍लासपूर्वक मनाया गया, जहां पर ध्‍वारोहण के साथ-साथ जवानों के लिए बड़े खाने का भी आयोजन किया गया।

Latest news
*धरना मे विधायक इन्द्र साव एवं गिरीश देवांगन शामिल हुए* *आत्मनिर्भर भारत अभियान: भाटापारा प्रेसवार्ता* *डिप्टी सीएम ने लगभग सात करोड़ रुपए के विकास कार्यो का किया लोकार्पण व भूमिपूजन* *अमरकंटक बजरंग दल की पहल से  पशुओं को मिला ‘सुरक्षा कवच’* *अखिल भारतीय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन गरिमामय माहौल में संपन्न हुआ* *शराब दुकान को शीघ्र अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग* *अमरकंटक में 69वीं राज्य स्तरीय शालेय  प्रतियोगिता का भव्य आगाज़* *खेल केवल जीत-हार नहीं, जीवन का उत्सव है:- शिवरतन शर्मा* *महिला ने लगाया आरक्षक पर गंभीर आरोप जबरदस्ती अवैध शराब बेचने का मामला * *अमरकंटक की पावन धरा  पर वर्षा का रसमय आलिंगन*