
*अवैध रेत उत्खनन वृक्षों की कटाई पर चिंता के स्वर*

जागरण अभियान मे प्रकृति दशा पर पीड़ा हुई मुखर
भाटापारा ग्लोबल न्यूज लाइव जुगल किशोर तिवारी की रिपोर्ट***/सरयू साहित्य की मंगल बाजार मे आयोजित जागरण सभा मे जल संचय पर भी चर्चा
अक्षयता के वरदान दिवस अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर भारत माता की प्रतिमा के समक्ष प्रकृति संरक्षण आव्हान पत्रक के पूजन अर्चन से प्रारंभ हुए सरयू साहित्य परिषद एवं नगर के सुधिजनों का प्रकृति संरक्षण अभियान जन सरोकारों के स्थलों पर पंहुच कर प्रकृति संरक्षण आव्हान अभियान के माध्यम से निरंतर जारी है,इसी कड़ी मे मंगल बाजार महावीर नवधा चौक मे अभियान की तृतीय कड़ी संपन्न हुई।
प्रकृति संरक्षण के महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर आव्हान
वर्तमान भीषण गर्मी के मद्देनजर जल संकट एक प्रमुख विषय के रुप मे उभर रहा है,तथा धरती का निरंतर गिरता जल स्तर आज अहम चिंता का विषय बनी हुई है,जिसके निदान के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की प्रक्रिया का आव्हान उसी तरह धरती के प्रमुख आधार वृक्ष का संरक्षण एवं पौधारोपण जैसे बिन्दुओ के साथ ही सूखती नदी के मद्देनजर अतिशय जल दोहन पर नियंत्रण पर वक्ताओं द्वारा अपने विचार रखे गये तथा जनमानस से प्रकृति संरक्षण का आव्हान किया गया,परिषद के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा एवं पत्रकार मुकेश शर्मा के संचालन मे आयोजित जागरण सभा मे अन्तराष्ट्रीय लोक विधा गायक ललित सिंह ठाकुर, प्रकाश तिवारी, भूषण मरकाम,अजय तिवारी, राम दास लहरे,डाॅ सुन्दर लाल साहू एवं मोपका विद्यालय के पूर्व प्राचार्य द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये। और प्रकृति संरक्षण के आव्हान के साथ ही प्रकृति से जुड़ी विडम्बनाओ पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
अवैध रेत उत्खनन एवं वृक्ष कटाई की पीड़ा का उभार
जल संचय के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की प्रक्रिया के अनुपालन का आव्हान पौधारोपण की प्रक्रिया मे जन भागीदारी की अपील तथा अतिशय जल दोहन पर नियंत्रण के आव्हान के साथ ही जागरण सभा मे नदियों के प्राण कहे जाने वाले रेत के अवैध उत्खनन की बढ़ती तादाद पर भी चिंता जाहिर की गयी तथा प्रशासन से इस दिशा मे सक्रियता बरते जाने की मांग के साथ ही वृक्षों की अंधाधुंध कटाई पर भी जागरण सभा मे चिंता एवं पीड़ा के स्वर सुनाई दिए,तथा प्रकृति मे हावी इन विडम्बनाओ पर लगाम लगाने का स्वर भी पुरजोर ढंग से जागरण सभा मे उभरा।
पंजीकृत हुए सहयोग के स्वरुप
मंगल बाजार मे आयोजित जागरण सभा मे इस दफा एक नये स्वरुप का समावेश हुआ तथा वक्ताओं द्वारा प्रकृति संरक्षण के लिए आव्हान के क्रम के साथ ही सहयोग पंजीयन की प्रक्रिया भी संपन्न हुई जिसके तहत प्रकृति संरक्षण अभियान मे जन भागीदारी की अभिव्यक्ति के तहत जनमानस द्वारा अभियान रजिस्टर मे अपना नाम पता उल्लेखित कर अभियान को अपना सहयोग प्रदान किया गया,और बड़ी संख्या मे विभिन्न वर्गों के लोगों द्वारा अभियान रजिस्टर मे अपना नाम अंकित कर प्रकृति संरक्षण अभियान मे अपनी भागीदारी अभिव्यक्त की गयी,जागरण सभा मे परिषद के सदस्यों नगर के सुधिजनों जिनमें भगवताचार्य राजेन्द्र शास्त्री, रविन्द्र गिन्नौरे,घनश्याम पुरोहित,हरिहर शर्मा, जितेन्द्र गौरहा,अनिल ओझा, मानिक प्रसाद मोनू दुबे,राजकुमार यदु आदि द्वारा अहम भागीदारी निभाई गयी।
