
*कोटा विधानसभा चुनाव 2023 कांग्रेस बीजेपी और जोगी कांग्रेस में जद्दोजहद तेज*

*कोटा ग्लोबल न्यूज**करगी रोड कोटा छत्तीसगढ़ **दावों और वादों के साथ रिझाने लगे राजनेता ** इस बार छत्तीसगढ़ सरकार भरोसे की सरकार छत्तीसगढ़ सरकार बनने के 2 घंटे की भीतर किसानों का कर्ज माफ एवं और भी किसानों के हित में कार्य के बल पर 2023 का चुनाव भूपेश सरकार लड़ना चाह रही है।विधानसभा चुनाव 2023 कोटा विधानसभा क्षेत्र बहुत ही पुराना एवं कांग्रेस का गढ़ रहा है। 1952 से लेकर कोटा विधानसभा चुनाव 14 बार चुनाव हुए जिसमें प्रथम काशीराम तिवारी पहले विधायक बने जबकि मथुरा प्रसाद दुबे चार बार विधायक बने राजेंद्र प्रसाद शुक्ला पांच बार विधायक बने इसके अलावा 2006 में डॉक्टर रेणु जोगी पहली महिला विधायक बनी पिछले तीन बार से विधायक है 14 बार विधानसभा चुनाव के बाद भी भाजपा अपना खाता नहीं खोल पाई पिछले चुनाव के परिणाम 2018 विधानसभा चुनाव में 12 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी जिसमें जेसीसी डॉक्टर रेणु जोगी विजेता थी जिन्हें 48800वोट मिला , जीत का अंतर 3026 वोट का था ।वहीं भाजपा के उम्मीदवार काशीराम साहू को 45774वोट मिले,कांग्रेस के विभोर सिंह को 30803वोट मिले, एवं बलराम आर्मो जीजीपी को 8163वोट मिले,आप आदमी पार्टी हरीश चंदेल को 4953 वोट मिले , डॉ उर्मिला मार्को आर,जी,पी को1590वोट मिले, हरीश कुमार मांडवा निर्दलीय प्रत्याशी को1326वोट मिले, वीरेंद्र कुमार नेताम एपीआई 1052वोट मिले, शंभू प्रसाद शर्मा वकील बीबीपी975वोटमिले, संदीप सिंह पोर्ट निर्दलीय प्रत्याशी को791वोट मिलें, जग कुमार शर्मा निर्दलीय प्रत्याशी को 760वोट मिलें। अब यह देखना है कि 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की होड़ सी लग गई है जिसमें प्रथम नाम अटल श्रीवास्तव जो मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं उनका नाम तेजी से कोटा विधानसभा क्षेत्र में चल रहा है ।वही वर्तमान ब्लाक अध्यक्ष लोकप्रिय नेताआदित्य दीक्षित संतोष मिश्रा छोटे महाराज अरुण सिंह चौहान विजय केसरवानी अरुण त्रिवेदी संदीप शुक्ला और भी बहुत से प्रत्याशी कोटा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है वही जनता जोगी कांग्रेस से रेणु जोगी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की ।भाजपा से स्थानीय प्रत्याशी वेंकट लाल अग्रवाल प्रदीप कौशिक मोहित जायसवाल जीवन मिश्रा, मुरारी गुप्ता, बृजलाल राठौर का नाम भारतीय जनता पार्टी से
कोटा विधानसभा में जीत को तरसती बीजेपी आजादी के बाद से नहीं खुल पाया भाजपा का खाता अब देखना यह है कि भाजपा किस चेहरों को कोटा विधानसभा में उतारती है।
