कांकेर

*जिस अस्पताल पर चालीस गांव निर्भर वहां चार स्वास्थ्य कर्मचारी नही,ग्रामीणों ने किया हंगामा।”

जिस अस्पताल पर चालीस गांव निर्भर वहां चार स्वास्थ्य कर्मचारी नही,ग्रामीणों ने किया हंगामा।

/बिप्लब कुण्डू–की रिपोर्ट/

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव में नही आते चिकित्सक, अटैचमेंट के बावजूद लापरवाही।


/पखांजुर ग्लोबल न्यूज़/

अंदरूनी इलाके के आखिरी घर तक ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाएं संचालित कर रही है।लेकिन स्टेट हाइवे क्रमांक 25 से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव में बदहाली पसरी हुई है।आसपास के चालीस गांव के हजारो ग्रामीण इस अस्पताल पर निर्भर है परन्तु ग्रामीणों की सुध लेने वाला कोई जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मचारी इस अस्पताल में नही है।यह स्थिति पिछले लगभग चार माह से बनी हुई है।फार्मेलटी पूरा करने के उद्देश्य से विभाग के अफसरों ने कुछ चुनिंदा स्वास्थ्य कर्मचारियो को यहां अटैच किया ताकि बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य सुविधा सुचारू तरीके से संचालित हो सके।लेकिन संलग्न किये गए स्वास्थ्य कर्मचारी भी मनमाने तरीके से काम कर रहे है।जिससे नाराज सैकड़ो ग्रामीणों ने शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जमकर हल्ला मचा दिया और जमकर नारेबाजी की।ग्रामीणों का आरोप है कि ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।गजेंद्र उसेंडी,बली वड्डे,दया उसेंडी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि इस अस्पताल पर आसपास के चालीस गांव के लोग निर्भर है।लेकिन ग्रामीणों के सेहत की जांच करने वाला कोई नही है।तेंदू पत्ता का नकद भुगतान कार्यक्रम में बड़गांव पहुंचे विधायक अनुप नाग से क्षेत्र के ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विधायक अनूप नाग से की गई थी,विधायक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के बड़े अफसरों ने कुछ स्वास्थ्य कर्मचारियो की बड़गांव संलग्न किया लेकिन वें कभी नही आते।ऐसे में स्वास्थ्य कर्मचारियो की लापरवाही साफ नजर आ रही है।जिससे साफ है कि क्षेत्र के ग्रामीणों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।जिसे बर्दास्त नही किये जाएगा।ग्रामीणों ने चेतावनी भरे शब्दो मे कहा कि बड़गांव में स्वास्थ्य कर्मचारियो का संलग्नीकरण करके विभाग अपना पल्ला झाड़ने में लगा है,जो नही चलेगा।
यदि जल्द ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव में स्वास्थ्य सुविधा दुरुस्त नही हुई तो सड़क की लड़ाई लड़ते हुए उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।इस दौरान गजेंद्र उसेंडी,दया उसेंडी,शम्भू नाथ सलाम,बली वड्डे,कमलेश नेताम,मनोहर कुमेटी,मैनु पोटाई,राजा राम कोमरा समेत भारी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

इनको किया गया है संलग्न–दिनाँक पांच जुलाई 2023 को खंड चिकित्सा अधिकारी कोयलीबेड़ा द्वारा जारी आदेशानुसार तीन स्वास्थ्य कर्मियो को यहां संलग्न किया गया है,जिसमे आशीष देव मंडल चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक गुरुवार और शनिवार और सुदीप्ता दास आर एम ए प्रत्येक सोमवार एवं मंगलवार और प्रीति लता दास आरएमए प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में संलग्न रहेंगे।
वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव में लेब टेक्नीशियन गुलशन खुड़श्याम,फार्मासिस्ट मोहनिस गोयर,स्टाफ नर्स अमृता नेताम,ड्रेसर करुणा ध्रुव,वार्ड आया दामिनी सिन्हा, पदस्थ है।

एक महीने में तीस से चालीस प्रसव — गौरतलब है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव में महीने में एक आंकड़े के अनुसार तीस से चालीस गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया जाता है,जो कि काफी अहमियत रखती है,ऐसे में उक्त अस्पताल में एक जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी का न होना बहुत बड़ी लापरवाही है।इसके अलावा जंगली इलाका होने के चलते सर्प दंस या अन्य प्रकार की बिमारिओ से ग्रसित मरीजो का उपचार आपातकालीन परिस्थितियों में कभी भी हो सकता है।और चिकित्सक के अभाव में ग्रामीणों का जीवन दांव पर लग सकता है।ऐसे में कहना साफ होगा कि इलाके के चालीस गांव के ग्रामीणों की सेहत राम भरोसे चल रही है।
डॉक्टर,डीके सिन्हा,खण्ड चिकित्सा अधिकारी कोयलीबेड़ा–शनिवार को मोहर्रम का अवकाश था जिसके चलते संलग्नीकरण स्वास्थ्य कर्मचारी नही गए होंगे।इसके अलावा अन्य दिन नही जाने की जानकारी मिल रही हैं जांच करवाई जाएगी।

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